भारतीय आपराधिक न्याय प्रणाली की एक गाइड (मार्गदर्शक) – अपराध के आरोपी

क्या आपके उपर अपराध कारित करने का आक्षेप है? दण्ड प्रक्रिया के अंतर्गत अपने अधिकारों के बारे में अधिक जानिए।

क्या किसी ने आप पर अपराध का आरोप लगाया है?

क्या आपको गिरफ्तार किया जा सकता है, जमानत कैसे प्राप्त करे एवम् क्या आपको कारावास से दण्डित किया जा सकता है, अपराध कि प्रकृति पर निर्भर है।

अपराध के प्रकार  | अपराध का प्रशमन

एक आपराधिक मामला कैसे प्रारम्भ होता है? इसका प्रभारी कौन है?

एक पीड़ित ज्यादातर अपराध कारित होने के पश्चात् ही पुलिस के पास जाती है। वह न्यायाधीश (मेजिस्ट्रेट) के समक्ष भी अपराध रिपोर्ट करने जा सकती है।

पुलिस अनुसंधान | मजिस्ट्रेट केस

गिरफ्तारी के दौरान एवं पश्चात् आपके क्या अधिकार हैं?

अपराध के प्रकार पर यह निर्भर होता है कि पुलिस आपको गिरफ्तार मजिस्ट्रेट की आज्ञा के साथ अथवा बिना कर सकती है। उन्हें आपको 24 घण्टों के अंदर मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत करना होता है।

गिरफ्तारी के बारे में 

आप को गिरफ्तार किया गया है I क्या आप को जमानत मिल सकती है ?

अगर जिस अपराध के लिए आपको गिरफ्तार किया गया है, वोह ‘जमानती’ है, तोह पुलिस का आपको जमानत देना अनिवार्य है I अगर वेह अपराध ‘गैर-जमानती’ है तोह जमानत मिलेगी की नहीं यह निर्णय न्यायाधीश ले सकती हैं I

ज़मानत के बारे में 

आपको गिरफ्तार किया गया है I क्या आप अपने वकील से बात कर सकती हैं ?

एक वकील, जो आपकी मदद कर सकती है, उससे बात करना आपका अधिकार है I अगर आपकी आर्थिक व्यवस्था ऐसी है की आप वकील के पैसे नहीं दे सकती तोह आपके पास नि;शुल्क वकील से बात करने का अधिकार है I

विधिक सहायता

पुलिस मामले की जाँच करले, उसके बाद क्या होता है ?

पुलिस मजिस्ट्रेट को एक रिपोर्ट मैं उनके अंतिम निष्कर्ष प्रस्तुत करती है, इस रिपोर्ट को ‘आरोप पत्र’ कहते हैं I इसके बाद मजिस्ट्रेट निर्णय लेंगी की क्या विचारण आरंभ करने की ज़रूरत है I

ट्रायल आरंभ होने पर

विचारण कब शुरू होता है ? विचारण मैं क्या होता है?

विचारण मैं न्यायालय आपके दोषी या निर्दोष होने का निर्णय लेता है I कानून और सबूत के आधार पर न्यायालय यह निर्णय लेगा की क्या आप दोषी हैं या नहीं I

विचारण के बारे मैं

क्या एक बालक पे अपराध करने का आरोप लगाया जा सकता है?

वह बचे जिन पे अपराध कारित करने का आरोप होता है, उनके लिए एक विशेष कानून होता है I यह कानून बचों की जमानत हिरासत इत्यादि से सम्बंधित है- कानून को पढ़ें

यह लेख न्याय द्वारा लिखा गया है. न्याय भारत का पहला निःशुल्क ऑनलाइन संसाधन राज्य और केन्द्रीय क़ानून के लिए. समझिये सरल भाषा मैं I